रामचंद्र देशमुख बहुमत सम्मान:लोक कला के सरंक्षण का हो प्रयास
लोक कला के सरंक्षण के लिए शासन स्तर पर किये जाने चाहिऐ प्रयास – पूनम तिवारी विराट
भिलाई(khabarwarrior) कला साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में दिया जाने वाला रामचंद्र देशमुख बहुमत सम्मान पूनम तिवारी विराट और दीपक तिवारी विराट को संयुक्त रूप से दिया गया। यह पुरस्कार उन्हें रंगमंच के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है।
इस दौरान भिलाई के विधायक और महापौर देवेंद्र यादव तथा गुण्डरदेही विधायक कुंवर निषाद मुख्य रूप से मौजूद थे उन्होंने शॉल श्रीफल और प्रशस्ति पत्र देकर इन कलाकारों को सम्मानित किया।
भिलाई में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पूनम तिवारी विराट द्वारा सांस्कृतिक गीतों की प्रस्तुतियां भी दी गई। उनके द्वारा गाया गया गीत ‘ चोला माटी के हे राम’ विशेष आकर्षण का केंद्र रहा इस दौरान संस्कृतकर्मी व प्रबुद्ध जन बड़ी संख्या में मौजूद थे।
मीडिया से चर्चा के दौरान पूनम तिवारी ने पुरस्कार के लिए खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार को लोक कला के सरंक्षण की दिशा में विशेष जोर देना चाहिए साथ ही कार्यशाला का भी आयोजन किया जाना चाहिए ताकि भावी कलाकारों के माध्यम से छत्तीसगढ़ की लोक कलाओं के सहेजा जा सके। वहीं भिलाई के विधायक ने भी इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि शासन स्तर पर लोक कला के संरक्षण की दिशा में उनके द्वारा विशेष प्रयास किया जाएगा। इस दौरान साहित्यिक पत्रिका बहुमत का विमोचन भी अतिथियों द्वारा किया गया।
उल्लेखनीय है कि रंगकर्मी दीपक तिवारी तथा पूनम तिवारी नें आगरा बाज़ार, मोर गाँव के नाम ससुराल मोर नाम दामाद, किस्सा ढेलहाराम के आदि नाटकों के माध्यम से कला जगत में अपनी विशेष पहचान बनाई है।