छत्तीसगढ़विचार

कोरोना ले लड़त हवय विस्व ह

आलेख -अमित चंद्रवंशी’सुपा
रायपुर(खबर वारियर)ये वायरस ह चीन के वुहान सहर ले सुरु होय हवय, चमगादड़ के सुप पिये के चक्कर म विस्व ल मौत के मुंह म झोंक दे हवय, चीन ह हमेसा सुर्खि म रहना चाहत हवय अउ बेरा म रहिथे घलो, आज चमगादड़ के सुप के सेती अर्थात कोरोना वायरस के सेती चीन ह मीडिया के सुर्खि म हवय।
कोरोना वायरस ह सपना के तरह आइस अउ सब ल झकझोर दे हवय, ये ह आग के तरह फैलत हवय चीन अउ पूरा विस्व म लगभग 10 करोड़ मनखे मन घर म कैद होगे हवय घर ले निकले ल बंद कर दे हवय, ये वायरस ह हर दिन म दुगनी रफ्तार ले बढ़त हवय।
विकाससील देस ल तो छोड़े नई अउ विकसित देस के सीमा ल तको पार कर दे हवय। विकाससील देस म सुमार चीन ह भूलागय काय करना चाही अउ काय नई, अपन सपना म पानी फेर दे हवय विस्व म लगभग 2लाख मनखे ये वायरस के सेती मौत के दुवारी म खड़े हवय, जहर के तरह फैलत हवय, ऐखर हमन तुलना अलग अलग वायरस ले करत हवन फेर येहा सबो ले अलग हवय।
विस्व म अबतक लगभग 5हाजर के मौत होगे हवय अउ भारत म 4 झन के मौत कोरोना वायरस ले होय हवय, युवा पीढ़ी अउ महिला म ये वायरस ह कम प्रभाव डाले हवय ऊँहे ये ह डोकरा अउ डोकरी मनके म अब्बड़ फैलत हवय।
अब्बड़ तापमान म ये ह कम प्रभाव डालथे, जंगल म आगी लगथे तइसने आग के तरह फैलत हवय, लाखों झन सिकार होगे हवय, विस्व स्वस्थ्य संघटन ह येला महामारी घोषणा करे हवय अउ भारत ह आपदा।
इतिहास के सबले बड़े खूनी खेल हरय जेन ले पूरा विस्व ह झेलत हवय। चीन, इटली, ईरान अउ विस्व के कोना कोना लगभग 150 देस म अबतक फैइल चुके हवय, अमेरिका ह कोरोना वायरस के वैक्सीन बनाये हवय जेखर टेस्ट जेनिफर हेलर ऊपर करे गिस हवय, एखर लक्षण सरदी, खांसी, बुखार हरय झेन ह निमोनिया असन हवय, एखर सबले बचे के जरूरत हवय।
संक्रमण ले बचे बर एल्कोहॉल युक्त सेनेटाइजर के उपयोग करना चाही, मास्क के उपयोग करना चाही, छीकत बेर कपड़ा के उपयोग करना चाही, येहा संक्रमण ले फैलत, भीड़भाड़ जगह म जाये ले बचना चाही, गरम पानी पीना चाही, अउ आयुर्वेदिक उपचार करे अपन इम्यून सिस्टम ल बढ़ाये,  ये आपदा ले बचे बर अपन आप ल सुरक्षित रखव, प्राथमिक उपचार बर सतर्क रहव। तुलसी, लौंग, गिलोई, अदरक, तथा जड़ी बूटी आदि के सेवन करके अपन इम्यून सिस्टम ल बढ़ाये जा सकत हवय, साग भाजी खाये अउ तंदुरुस्त रहव।
मानवीय संवेदना ल ध्यान म रखे अपन आप ल सुरक्षित रखे के जरूरत हवय, कोरोना वायरस ल साफ सब्द म कहे जाए त बेरा ले पहली मरना हरय, ये ह एक अइसे बेरा म आये हवय जब विस्व ह विकास के नवा परिभासा गढ़े जात हवय, मानव सभ्यता के विकास पर्यावरण म अपन अधिकार स्थापित करे बर आघु हवय, आज संतुलन के जरूरत हवय।
विकास के परिभाषा संग हमन बीमारी ले लड़त हवन, जिन्हा फैले हवय ऊँहा धैर्य के जरूरत हवय, भगवान ले हाथ जोड़के विनती करे के सिवाये कुछु नई बचे हवय, धीरे धीरे एखर ले निजात पात जात हवय, विस्व ल स्वच्छता , जलवायु परिवर्तन, प्रदूसण अउ बीमारी ऊपर ध्यान दे के जरूरत हवय।
अमित चन्द्रवंशी “सुपा”
ग्राम-छाँटा, कोको, कवर्धा
मो.-8085686829
(लेखक  बीएससी अंतिम वर्ष का छात्र है तथा यह उनके निजी विचार है)

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