भवगदगीता- केवल एक धर्म ग्रंथ ही नहीं, अपितु जीवन ग्रंथ भी – श्रीमदभवगदगीता पाठ का ऑनलाइन किया गया आयोजन
रायपुर(खबर वारियर)- श्रीमदभागवत गीता संपूर्ण भारतीय संस्कृति का आधार स्तम्भ है। भगवतगीता मात्र एक धर्म ग्रंथ ही नहीं, अपितु जीवन ग्रंथ भी है, जो हमें भक्ति और पुरुषार्थ की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा देता है। यह हजारों साल बाद आज भी यह हमारे बीच प्रासंगिक है, भगवान श्री कृष्ण ने मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष एकादशी के दिन ही लगभग 5000 वर्ष पूर्व, कुरुक्षेत्र में अर्जुन को गीता ज्ञान दिया था।
इस्कॉन चेन्नई में भगवत गीता को लेकर अनूठा आयोजन किया गया था, जिसमें भगवत गीता के श्लोकों और संपूर्ण अध्यायों का ऑनलाइन सामूहिक पाठ किया गया, यह आयोजन अपने आप में एक अनूठी परंपरा की शुरुआत है, इस समय जब सारा विश्व वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहा है और प्रतिबंधों के चलते सामूहिक आयोजन नहीं हो पा रहे हैं, ऐसे में इस्कॉन चेन्नई की यह पहल भगवत गीता पाठ करने वालों के लिए एक वरदान साबित हो रही है |
ईस्कान चेन्नई के देवशेखर विष्णु दास ने बताया कि, ईस्कान चेन्नई के तत्वावधान में 25 दिसम्बर, 2020 को मोक्षदा एकादशी को गीता जयंती महोत्सव पर भारत सहित विश्व के कई देशों, जैसे की संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ओमान, यूके, संयुक्त राज्य अमीरात, एवं सऊदी अरब के 4000 से अधिक गीता प्रेमियों ने संपूर्ण 18 अध्यायों एवं 700 श्लोक का ऑनलाइन सामूहिक सस्वर अखंड गीता पाठ ऑनलाइन यूट्यूब चैनल पर किया। यह वर्ष श्रीमदभागवत गीता का 5157 प्राकट्य वर्ष है।
इस कार्यक्रम के रायपुर संयोजक सीए मदन मोहन उपाध्याय जी ने बताया की रायपुर के लोगो ने भी इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और गीता का परायण किया। यह कार्यक्रम साढे 3 घंटे मे सम्पूर्ण हुआ । इस अवसर पर ईस्कान चेन्नई द्वारा श्रीमद्भागवत गीता का निशुल्क वितरण किया गया साथ ही ऑनलाइन पाठ करने वाले सभी प्रतिभागियों को सम्मान स्वरूप सर्टिफ़िकेट भी दिया गया ।