शराब दुकानें शुरू होने की खबर से परेशान गरीब महिलाओं ने पूर्ण शराबबंदी की सरकार से की मांग
रायपुर(खबर वारियर)समाजिक कार्यकर्ता व महिला नेत्री श्रीमती सावित्री जगत ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन के कारण छत्तीसगढ़ में पखवाड़े भर से शराब दुकानें भी बंद है।
लॉक डाउन से जहाँ गरीब परिवारों को रोजी- रोजगार की चिंता और चुनौतियां सामने खड़ी है वहीं शराबबंदी के कारण गरीब झुग्गी वासियों के घर परिवार में खुशहाली का वातावरण भी नजर आ रहा है।
शराबबंदी से होगा स्वस्थ्य, सशक्त औऱ सम्पन्न छत्तीसगढ़ का निर्माण
लॉक डाउन के दौरान शराबबंदी होने से घर मे महिलाएं और बच्चे बेहद खुश है और वो आगे भी चाहते है कि प्रदेश में हमेशा हमेशा के लिए शराबबंदी हो जाए , उनका मुखिया स्वस्थ्य और घर परिवार खुशहाल रहें परंतु एकाएक शराब दुकानें फिर से शुरू होने की खबर से गरीब महिलाएं परेशान हो गई है।
घरेलू हिंसा, कलह और तंगहाली बढ़ जाने का सता रहा है डर
महिलाओं को यह डर सता रहा है कि शराब की वजह से फिर घरेलू हिंसा, कलह होगा और तंगहाली के दौर में भी शराब पीने के लिए रुपया की व्यवस्था के लिए मारपीट की महिलाएं शिकार होंगी।
सामाजिक कार्यकर्ता सावित्री जगत ने कहा कि कोरोना वायरस में फेफड़ा खराब होता है जिसके लिए सरकार हर सम्भव मदद कर रही है जिसके लिए सरकार धन्यवाद के पात्र है परंतु शराब के सेवन से तो लीवर औऱ किडनी दोनों खराब होता है उसका इलाज कौन करेगा ?
वैसे भी शराब की वजह से लीवर , किडनी के खराब होने से कई लोगों की मृत्यु होती है। श्रीमती सावित्री जगत ने कहा स्वस्थ्य, सशक्त और सम्पन्न छत्तीसगढ़ की स्थापना के लिए छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी अति आवश्यक है।
सावित्री जगत ने कहा लॉक डाउन होने के कारण राजधानी की कई बहने और महिलाओं ने मोबाईल के माध्यम से महिलाओं की पीड़ा, व्यथा और पूर्ण शराबबंदी की मांग को सरकार तक पहुंचाने के लिए मुझसे कहा है और महिलाओं को न्याय दिलाने का अनुरोध किया है।
अतः माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आग्रह है कि छत्तीसगढ़ की जनता को किए वादे के अनुसार जनहित में पूर्ण शराबबंदी करने की कृपा करें छत्तीसगढ़ की महिला शक्ति आपकी आभारी रहेंगी।