मौलाना साद के छिपे होने का कोरोना सच…?

रायपुर(खबर वारियर)बीते 28 मार्च से फरार चल रहे निजामुद्दीन मरकज के मौलाना साद अब दिल्ली क्राइम ब्रांच के सामने पेश हो सकते हैं। मौलाना साद की गिरफ्तारी को लेकर पिछले कई दिनों से मीडिया में कयास लगाए जा रहे थे लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। उनके प्रवक्ता भी लगातार यह बात कहते रहे कि दिल्ली पुलिस को इस बात की जानकारी है कि मौलाना कहां है। उनके प्रवक्ता के इस दावे का दिल्ली पुलिस के पास कोई जवाब नहीं है।
28 मार्च से आज तक यदि देखें तो उनकी तथाकथित फरारी को 29 दिन बीत चुके हैं। वैसे सोशल मीडिया और मोबाईल के इस युग में किसी भी अपराधी को ढूंढना आसान हो गया है। देश की पुलिस हजारों कोरोना पॉजीटिव जो मरकज से निकलकर देश के कई राज्यों के जिलों में पहुंचे हैं उन्हें ढूंढ निकाला है,और निकाल रही है।
ऐसे में मौलाना साद को ढूंढा न जा सकना प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है। इसके पीछे का कारण मौलाना साद के कोरोना पॉजीटिव होना तो नहीं? जितने वक्त तक वे फरारी में चल रहें हैं उतना वक्त एक कोरोना पॉजीटिव के ठीक होने के लिए काफी है।इन्ही सब वजहों से इस वक्त कुछ अहम सवाल उठने लगे हैं कि,
क्या मौलाना साद कोरोना पॉजीटिव थे?
मौलाना साद के कोरोना निगेटिव आने का इंतजार कर रही है दिल्ली पुलिस?
क्या दिल्ली पुलिस उनके पेश होने का इंतजार कर रही है़?
क्या दिल्ली पुलिस मौलाना के कारनामों की फेहरिस्त सबूतों के साथ बना रही है?
अब इस बात पर शक गहरा गया है कि मौलाना कोरोना पॉजेटिव तो नहीं था? जिसकी वजह से दिल्ली क्राइम ब्रांच उसे गिरफ्तार नहीं कर रही थी।क्या उन्हें विशेष व्यवस्था के तहत इस दौरान ईलाज करवाने की व्यवस्था दी गई है?क्योंकि मौलाना के प्रवक्ता इस बात को पुख्ता तौर पर कह रहें हैं कि दिल्ली पुलिस को इस बात की जानकारी है कि मौलाना कहां है।
निजामुद्दीन के मरकज में बड़ी संख्या में कोरोना पॉजीटिव मिलें हैं और इनके बीच रहते हुए मौलाना कोरोना पॉजीटिव होने से बच गए हों ऐसा नज़र नहीं आता। जितने भी जमातियों पर केस दर्ज किया गया है उनके निगेटिव आने पर ही कानूनी कार्यवाही संभव हो पा रही है। ऐसे में मौलाना साद के निगेटिव होने की खबर के बाद अब उनकी गिरफ्तारी या फिर क्राइम ब्रांच के सामने पेश होने की संभावना बढ़ गई है।और मौलाना साद को पकड़ने में हो रही देरी इस शक को और गहरा कर रही है।
इस तथाकथित फरारी के दौरान उनके ऑडियो संदेश आ चुके हैं ऐसे में पुलिस का मौलाना साद तक पहुंचना कोई कठिन काम नहीं था उनके प्रवक्ताओं से भी पुलिस उनके ठिकाने की जानकारी हासिल कर सकती थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। बल्कि जल्द ही गिरफ्तारी होने या फिर तलाश के जारी रहने का बयान पुलिस ने मीडिया को दिया। यदि मौलाना साद कोरोना पॉजीटिव थे तो यह दिल्ली क्राइम ब्रांच के लिए अच्छी बात साबित हो गई इस बीच उनकी कुंडली खंगालने का पूरा मौका मिल गया।