छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ का राजभवन घेराव हेतु ट्रेक्टर मार्च 23 जनवरी को

प्रदेश के अनेक जिलों में खेती बचाओ यात्रा जारी

रायपुर(खबर वारियर)- केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन काले कानून के विरोध में राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा प्रारंभ किए गए किसान जागृति पखवाड़ा के तहत छत्तीसगढ़ में खेती बचाओ यात्रा 8 जनवरी से जारी है ।

यात्रा की शुरुआत रायपुर से किसानों की एक जत्थे के नई दिल्ली कूच करने से हुई, जबकि प्रदेश के धान खरीदी केंद्रों में इस यात्रा को धमतरी से प्रारंभ किया गया ।

छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मण्डल सदस्य व पूर्व विधायक जनकलाल ठाकुर, रूपन चंद्राकर, तेजराम विद्रोही, पारसनाथ साहू, पूर्व  विधायक वीरेंद्र पांडे,  किसान भुगतान संघर्ष समिति महासमुंद के जागेश्वर जुगनू चंद्राकर, बागबाहरा के गोविंद चंद्राकर, गौतम बंदोपाध्याय, द्वारिका साहू,  डॉ संकेत ठाकुर ने बयान जारी कर कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कारपोरेट परस्त तीनों कानून को रद्द करने की मांग को लेकर पूरे देश के किसान लगातार आंदोलनरत हैं ।

छत्तीसगढ़ में प्रदेश के 36 से अधिक संगठन छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के बैनर तले एकजुट होकर लगातार आंदोलन कर रहे  हैं और अब यह आंदोलन किसानों से फैलकर समाज के अनेक वर्ग में होते हुए जन आंदोलन का रूप ले चुका है ।

प्रदेश के अनेक जिलों में खेती बचाओ यात्रा जारी

आगामी 23 जनवरी को खेती बचाओ यात्रा के तहत छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राजभवन का घेराव ट्रेक्टर मार्च के द्वारा किया जायेगा । ट्रेक्टर मार्च हेतु तैयारियां जोरों पर है। खेती बचाओ यात्रा बिलासपुर, रायगढ़, महासमुंद, बालोद, गरियाबंद, दुर्ग, बलौदाबाजार, मुंगेली, बेमेतरा, कवर्धा, राजनांदगांव, कांकेर, कोंडागांव सहित अनेक जिलों में तेज गति चल रही है । इसके अंतर्गत धान खरीदी केंद्रों और तहसील, विकासखण्ड व जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन-नुक्कड़ सभा चल रही है । जिसमें अधिक से अधिक संख्या में 23 जनवरी को रायपुर चलो का आव्हान किया जा रहा है ।

उल्लेखनीय है कि नौ दौर की वार्ता और सुप्रीम कोर्ट के स्थगन आदेश के बावजूद केंद्र सरकार का अड़ियल रुख अभी भी जारी है । इसी कारण किसान आंदोलन और तेज गति से फैल रहा है ।  छत्तीसगढ़ के 200 किसानों का पहला जत्था सिंघु बॉर्डर दिल्ली में धरने पर है ।  ट्रेन तथा अन्य माध्यम से प्रदेश के किसान लगातार दिल्ली कूच कर रहे हैं । आगामी 17 जनवरी को किसानों का एक और जत्था ट्रेन से दिल्ली रवाना होगा ।  इस जत्थे का नेतृत्व किसान महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य एवम आदिवासी भारत महासभा के सौरा यादव करेंगे ।

छत्तीसगढ़ के किसान, छात्र और संस्कृति कर्मी पहुचे दिल्ली के गाजीपुर बार्डर 

कॉरपोरेट परस्त व किसान, कृषि आम उपभोक्ता विरोधी कानून को रद्द करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य गारण्टी कानून लागू करने की मांग को लेकर दिल्ली के सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन के 49वें दिन गाजीपुर बार्डर के धरना सभा  में छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के किसानों के साथ साथ छात्र और संस्कृति कर्मियों ने आंदोलन के साथ अपनी एकजुटता कायम की है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ से किसानों का एक जत्था दिल्ली पहुंचे हुए हैं जो लगातार धरना सभा मे अपनी उपस्थिति देकर आंदोलन के साथ एकजुटता कायम कर रहे हैं।

तुहीन देव के नेतृत्व में क्रांतिकारी सांस्कृतिक मंच और अखिल भारतीय क्रांतिकारी विद्यार्थी संगठन के सदस्यों प्रमोद कुमार, मदन भारती, उर्मिला, निरंजन, टिकेश कुमार, शिशु रंजन ने क्रांतिकारी गीत ” आज़ादी है भोर की लाली आजादी” प्रस्तुत किये।

 क्या बिल्ली दूध की सुरक्षा करेगी:- तेजराम विद्रोही 

गाजीपुर बार्डर में धरना सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सचिव तथा छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संचालक मंडल सदस्य तेजराम विद्रोही ने कहा कि आज जो किसान सड़क पर बैठकर कड़कड़ाती ठंड में आंदोलन करने जो मजबूर है उसके लिए मुख्य रूप से केन्द्र की मोदी सरकार है।

जिन्होंने कथित कृषि सुधार का अध्यादेश लाया था जिसका देश के किसान संगठनों ने विरोध किया और उन्होंने इस विरोध को महज विपक्षी पार्टियों का विरोध कहकर हल्के में लिया जो कि आज यह केवल किसानों का ही नहीं बल्कि आम उपभोक्ताओं का भी आंदोलन बन चुकी है। मोदी सरकार इस आंदोलन को न्यायालय के हस्तक्षेप से कमजोर कर दबाना चाहती हैं।  उन्होंने कमेटी में शामिल व्यक्तियों द्वारा आंदोलन के कृषि कानून के संबंध में किये गए पूर्व के टिप्पणियों को दोहराते हुए कहा कि आज ऐसा समय आ गया है जो दूध की रखवाली बिल्ली को सौंपी जा रही है जो क्या संभव है।

बता दें कि 26 जनवरी की कार्यक्रम में किसानों द्वारा शांतिपूर्ण ढंग से ट्रैक्टर परेड की तैयारियां जोरों से जारी है जिसमें शामिल होने छत्तीसगढ़ से और भी सदस्य पहुंच रहे हैं।

छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ,के संयोजक मण्डल सद्स्य-जनकलाल ठाकुर,तेजराम विद्रोही,रूपन चन्द्राकर,डॉ संकेत ठाकुर,पारसनाथ साहू,जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर,द्वारिका साहू ने संयुक्त रूप से  उक जानकारी मीडिया को ढ़ी है।

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