छत्तीसगढ़

आत्मस्थ हो जाना ही शिवत्व की प्राप्ति है _ संत रविकर साहेब

रायपुर(खबर वारियर )- संत समागम हुआ संपन्न राजिम पुन्नी मेला के अवसर पर संपन्न हो रहे चार दिवसीय कबीर संत सम्मेलन का समापन हुआ महाशिवरात्रि विशेष के अवसर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुआ, प्रातः 8 बजे भव्य शोभायात्रा के साथ नवापारा से राजीम होकर, माघी पुन्नी मेला स्थल पर शोभा यात्रा समापन किया गया। उसके पश्चात भोजन भंडारा का आयोजन किया गया, संध्याकालीन सत्र में संत सम्मेलन संपन्न हुआ।

संत रविकर साहब धमतरी ने कहा महाशिवरात्रि एक पवित्रता का पर्व है हमें सद्भाव के साथ एक संकल्प लेकर नए जीवन की शुरुआत करना चाहिए। तन मन वाणी की पवित्रता के साथ ही जीवन को सुखमय बनाया जा सकता है मैं कौन हूं मानव जीवन का क्या उद्देश्य है इसे समझ कर आत्म तत्व का बोध कर आत्मस्थ हो जाना ही शिवत्व की प्राप्ति है संत घनश्याम साहब मंदरौद ने कहा आहार और विचार की शुद्धि से जीवन सुखमय बन सकता है वर्तमान जीवन को अच्छा बनाना है तो अपने विचारों को ध्यान देना होगा।

संत शोभाशरण साहब भैसमुंडी ने कहा अच्छी संगत सद साहित्य संतों का सानिध्य मनुष्य के जीवन को आदर्श देता है संत  हरेंद्र साहब परसठी ने कहा जीवन क्षणभंगुर है इसे व्यर्थ में ना खोकर आत्म कल्याण करें संत जितेंद्र साहब राजनांदगाव ने कहा अच्छी संगत संतों का सानिध्य ही जीवन को महान बनाता है संत बलवान साहेब ढेटा ने कहा धर्म और कर्म जीवन का सार है कर्म से भाग्य को बदला जा सकता है, संत शोधकर साहेब ने कहा मनुष्य को पवित्र संस्कार से सुख मिलता है माता पिता अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देवें संत विजय साहेब सेंचूवा ने कहा बने जो कुछ धर्म कर ले यही एक साथ जाएगा धर्म कर्म ही साथ जाता है कार्यक्रम के समापन में संतों की पूजा आरती की गई उसके पश्चात प्रसाद वितरण किया गया।

उक्त अवसर पर छत्तीसगढ़ संत संगठन सदगुरु कबीर विश्व शांति मिशन से संकल्प साहेब कोरबा, रामेश्वर साहेब धमतरी, कुमार साहेब अर्जुनी, साध्वी सुषमा भानुप्रतापपुर, निरसन साहेब सकरी, हेमेंद्र साहब मंदरौद, यदु साहेब नगरी, संजय साहेब धमतरी, रमेश साहेब डोमा रामशरण साहब बालोद, कृतसरन साहब रतन साहेब डेटा, साध्वी राधा, साध्वी भागा, साध्वी पदमनी, साध्वी सानिध्या, साध्वी प्रगति, साध्वी सरिता, साध्वी द्रुपद, साध्वी सुखवंतीन, साध्वी राधा, साध्वी दसौदा, साध्वी कुमारी, साध्वी माया, साध्वी अनुसूया, साध्वी पूनम, साध्वी कुमारी, साध्वी नेमीन, साध्वी प्रेमीन, साध्वी ममता, साध्वी श्याम, साध्वी सती साध्वी सीता साध्वी कौशल्या साध्वी अम्पी के साथ-साथ विभिन्न संत उपस्थित रहे रहे।

Related Articles

Back to top button