राजनीति

किसानों को दिया जा रहा है अमानक व स्तरहीन बीज: कौशिक

बीज में निकल रहे बदरा से किसान परेशान

रायपुर(khabar warrior)- नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बीज विकास निगम द्वारा दिए जा रहे घटिया स्तर के बीज में बदरा निकलने की समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार केवल मात्र दिखावें के लिए किसानों के हितेषी होने का दावा करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। पूरे प्रदेश में नकली खाद, बीज बेचने वाले गिरोह सक्रिय है और प्रदेश की कांग्रेस सरकार की इन गिरोह को मौन सहमति हैं।

उन्होंने कहा कि बिलासपुर के सेन्द्री सहित प्रदेश के कई गांवों के किसानों ने इस बात की शिकायत की है कि बीज में बदरा निकलने से किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा हैं। इसका असर कृषि उत्पादन पर भी पड़ सकता है। लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार को जरा भी इसकी चिंता नहीं है और धड़ल्ले से घटिया स्तर की बीज प्रदेश में किसानों को बांटी जा रही है।

नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि हमारा प्रदेश धान के कटोरा के रूप में विश्व विख्यात है छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था का आधार है इसलिए किसानों को मानक बीज दिया जाना चाहिए। लेकिन वहीं बीज के नाम पर जो मिलावट कर किसानों को दी जा रही है इससे कृषि उत्पादन में काफी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। प्रमाणित बीज प्रदाय करना प्रदेश की सरकार का लक्ष्य होना चाहिए। लेकिन पूरे प्रदेश में ऐसा होता नहीं दिख रहा है।

उन्होंने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान नई दिल्ली के नियंत्रण में प्रदेश के कृषि अनुसंधान केन्द्रों व कृषि विश्वविद्यालय में बीजों को लेकर शोध कार्य जारी रहता है जिसका मानक भी जांचे जाता है और प्रमाणित कंपनियों से ही बीज की खरीदी होनी चाहिए। लेकिन प्रदेश में ऐसा कुछ भी नहीं दिख रहा है।

अमानक बीज किस लिए खरीदी जा रही है इस मामले की जांच होनी चाहिए। इस पूरे प्रक्रिया में लगे तंत्र के खिलाफ भी कार्यवाही के साथ उन बीज कंपनियों के खिलाफ भी मामला दर्ज होनी चाहिए जो अमानक बीज की पूर्ति कर रहे है जिसके लिए पूरी तरह से प्रदेश की कृषि मंत्रालय जिम्मेदार है। लेकिन इसका हर्जाना किसानों को ही भरना पड़ रहा है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि जब से प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनी है किसानों के नाम पर दिखावा किया जा रहा है। यही कारण है कि अमानक बीज के आपूर्ति पर प्रदेश की सरकार प्रतिबंध लगाने में अब तक असफल है। आखिरकार इसके लिए कौन जिम्मेदार है।

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