छत्तीसगढ़सेहत

एक ही व्यक्ति को मिले कोविशिल्ड एवं को-वैक्सीन दोनो वैक्सीन लगने के अलग-अलग प्रमाण पत्र,

मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में कोविड टीकाकरण प्रमाण पत्र में घोर अनियमितता

रायपुर (खबर वारियर) छत्तीसगढ़ भाजपा विधायक दल के स्थायी  सचिव जितेंद्र वर्मा ने बताया कि पाटन विधानसभा क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन में 08 मई 2021 को आजाद चौक पाटन निवासी हेमेंद्र देवांगन और रितिका देवांगन ने 18 प्लस वैक्सीनेशन श्रेणी अंतर्गत वैक्सीन लगवाया, जिन्हें उनके मोबाइल नंबर पर सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ, जिसमें दोनों व्यक्तियों को कोविशिल्ड एवं को-वैक्सीन दोनो वैक्सीन लगने के अलग-अलग प्रमाण पत्र प्राप्त हुए है ।

को-वैक्सीन द्वितीय डोज 06 जून से 19 जून के बीच लगाने के निर्देश दिए हैं उसी प्रकार कोविशिल्ड वैक्सीन का द्वितीय डोज 31 जुलाई को लगवाने के निर्देश उल्लेखित है, जिससे भ्रम की स्थिति निर्मित हुई है, उक्त दोनों व्यक्ति जब निर्धारित तिथि के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन में वैक्सीन का दूसरे डोज लगवाने पहुंचे तो, वैक्सीन नहीं है ये बताकर उन्हें वापस जाने को कहा गया और पहला टीका लेने वाले उक्त दोनों व्यक्तियों ने को-वैक्सीन और कोविशिल्ड दोनों के प्रमाण पत्र कैसे दिए हैं इस समस्या का समाधान चाहा तो उन्हें कोई संतोषप्रद उत्तर प्राप्त नहीं हुआ।

जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि ऐसी ही चूक अन्य  लोगों के साथ निश्चित रूप से हुई है। स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही से लोगों का जीवन संकट में है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन और स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देश के अनुसार प्रथम और द्वितीय दोनों  डोज एक ही प्रकार के वैक्सीन का होना चाहिए लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा पैदा किये जा रहे भ्रम और लापरवाही के चलते लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि हमको कब और किस वैक्सीन को लगवाना है।

जो पढ़े लिखे लोग हैं वे तो समझ पा रहे हैं लेकिन जो लोग पढ़े लिखे नहीं हैं अगर ऐसे लोगों को लापरवाही के चलते प्रथम और द्वितीय डोज में दो प्रकार के वैक्सीन के टीके लग जाए तो इसके जिम्मेदार कौन है?

छत्तीसगढ़ भाजपा विधायक दल के स्थायी  सचिव जितेंद्र वर्मा ने कहा कि मैं इस कृत्य की निंदा करता हूं और जिम्मेदार अधिकारी दुर्ग जिला के चिकित्सा अधिकारी , कलेक्टर, छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री  इस गंभीर विषय पर ध्यान देते हुए पाटन, दुर्ग जिला और छत्तीसगढ़ में इस प्रकार की अनियमितता जहाँ जहाँ हुई हो उसका निराकरण करके जिम्मेदार अधिकारियों पर उचित कार्रवाई तत्काल किया जाए।

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