उत्साह और जोश से लबरेज स्वयंसेवकों ने शान के साथ किया पथ संचलन
अपने 100 वर्षो की यात्रा में संघ ने समाज हित में कई संगठन खड़ा किया: पवन साय

कार्यक्रमों में बतौर मुख्य अतिथि प्रसिद्ध संतों ने दिया आशीर्वचन
रायपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, रायपुर महानगर के अंतर्गत विजयादशमी के अवसर पर सभी नगरों में गत 25 सितबर से बस्तीश: चल रहे उत्सव और संचलन का कार्यक्रम पूरे उमंग और जोश के साथ चल रहा है। आगामी 15 अक्टूबर तक चलनेवाले उत्सव कार्यक्रम के 10 वें दिन 37 स्थान पर उत्साह और जोश से लबरेज स्वयंसेवकों ने पूरे शान के साथ पथ संचलन निकाला। रायपुर शहर में कई बस्तियों में यह कार्यक्रम प्रातः 7 बजे से तो कई जगह संचलन रात्रि 8 बजे तक चला। इस दौरान स्वयंसेवकों का उत्साह जहाँ चरम पर था तो वहीँ वक्ताओं में गर्व और संयम का संगम देखा जा सकता था।
विवेकानंद नगर माना बस्ती में देर शाम को हुए कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता रहे भाजपा संगठन मंत्री पवन साय ने कहा कि संघ कार्य ने शताब्दी वर्ष पूर्ण किया है। 100 वर्ष के कठिन डगर में लाखों करोड़ों स्वयंसेवको का त्याग, तपस्या, बलिदान रहा हैं। उन्होंने कहा कि इसी त्याग से निकले हजारों कार्यकर्ताओं ने मिलकर समाज हित में विद्या भारती, विश्व हिन्दू परिषद, वनवासी कल्याण आश्रम जैसे कई दर्जन संगठन खडा किया। ये सभी संगठन समाज में बदलाव के वाहक हैं।
यहाँ मुख्य अतिथि के रूप में शदाणी दरबार पीठाधिश्वर युधिष्ठिर लाल जी मौजूद थें।
वही वीरसावरकर नगर के टाटीबंध बस्ती में शासकीय विद्यालय परिसर(नीरज मेडिकल के पीछे) में प्रातः 8:15 हुए कार्यक्रम में मुख्य वक्ता व रायपुर महानगर सह कार्यवाह आकाशदीप गुप्ता ने कहा कि संघ के संस्थापक परम पूज्य डॉ केशव बलिराम हेडगेवार जी ने भारत के शतकों से चले आ रहे गुलामी के इतिहास का अध्ययन करके संघ की स्थापना की । उन्होंने जिस प्रकार व्यक्ति निर्माण से ही पूर्ण स्वतंत्रता का मूल मंत्र दिया वह तमाम प्रतिबंधों के बावजूद भारत के विकास में योगदान दे रहा है।
गुप्ता ने बताया कि संघ की शाखा का ही प्रभाव है कि रायपुर के बी टी आई ग्राउंड में चलनेवाली शाखा से पास के सेवा बस्ती के लोगों का उच्च स्तरीय चरित्र निर्माण हुआ। इस कार्यक्रम में सेन्ट्रल जेल रायपुर के शिक्षा प्रभारी नेतराम नागतोड़े बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थें।
रायपुर महानगर के 14 नगर के कुल 37 बस्तियों में विजयादशमी उत्सव मनाया गया तथा संचलन किया गया। इन बस्तियों में से प्रोफ़ेसर कॉलोनी में रायपुर विभाग संघचालक धीरेन्द्र नसीने मुख्य वक्ता रहें। इनमें मुख्य रूप से ब्राह्मण पारा में हेमंत सैनी, उदया बस्ती में वासु भाई पटेल, छत्तीसगढ़ नगर में लव कुश तिवारी, संजय नगर में महेंद्र पटेल, संतोषीनगर में महानगर प्रचारक मनोज कश्यप, गणेश रामनगर बस्ती में गणेश हरपाल।
नयापारा में भगवती प्रसाद शर्मा, कालीबाड़ी में राजेश भार्गव, अमलीडीह अमेय अगस्ती, हीरापुर भारत भूषण वर्मा, रविनगर में बसंत रथ जी, लाभांडी में हनुमंत लाल, रविकाम में राजकुमार चंद्राकर, रोहिणी पुरम में रविन्द्र जैन, ख़मतराई में हरिओम शर्मा, कलिंगनगर में बिरेन्द्र साहू, विकास नगर में अमूल गोरे, अशोकनगर में नागेश्वर सोनी, शंकर नगर में श्री नकुल, कचना में करुणानिधि यादव, कटोरा तालाब में विट्ठल बिहोने, महावीर नगर में चंद्रकांत चंद्रवंशी, कोटा बस्ती में ज्ञान प्रकाश द्विवेदी, इन्द्रप्रस्थ बस्ती में मनीष शर्मा, रामचौरा बस्ती में त्रिभुवन नारायण सिंह ने मुख्य वक्ता के रूप में उद्बोधन दिया।
संपूर्ण कार्यक्रम में वक्ताओं ने संघ की शताब्दी वर्ष की यात्रा में किये गए संघ कार्य को समाज और राष्ट्र निर्माण की दिशा में मील का पत्थर बताते हुए पंच परिवर्तन को अपनाने का संकल्प लेने का आग्रह किया। संघ के सौ वर्षों की यात्रा को चार चरण से सीख लेने की अपील की गई। इसमें उनलोगों ने इन 4 चरणों पहला चरण – 1925 से 1948 का उपहास और तिरस्कार का , दूसरा- 1948 से 1972 का दमन और अत्याचार का था।तीसरा-1971-2011 संघर्ष व आंदोलन का था. वहीँ चौथा, 2011 से अब तक को विजय ही विजय का नाम दिया।
वक्ताओं ने यह भी बताया कि संघ अपने विविध कार्यक्रमों वृहद् गृह संपर्क अभियान, सामाजिक सद्भाव बैठक, युवाओं के कार्यक्रम, प्रमुखजन गोष्ठी के माध्यम से सम्पूर्ण हिन्दू समाज को संगठित करने का कार्य करेगा।
आगामी 15 अक्टूबर तक बस्तीशः विजयादशमी का कार्यक्रम होता रहेगा. रायपुर महानगर के कुल 14 नगर के 131 बस्ती में बी तक कुल 69 पथ संचलन का कार्यक्रम हो चुका है।
पूरे रायपुर महानगर में कुल 2614 गणवेशधारी स्वयंसेवक शामिल हुए तथा समाज से 1095 गणमान्य लोग उपस्थित हुए। सभी स्थानों पर बड़ी संख्या में मातृशक्ति उपस्थित रही।