छत्तीसगढ़राजनीति

राजनीति का अपराधीकरण और अपराधियों का राजनीतिकरण कांग्रेस ने किया – डॉ. विजयशंकर मिश्रा

बैज को अपराध बढ़ा इसलिए नजर आ रहा है क्योंकि कांग्रेस के शासनकाल में तो एफआईआर तक दर्ज नहीं की जाती थी

रायपुर – भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. विजयशंकर मिश्रा ने पिछले तीन दिनों में घटी आपराधिक घटनाओं को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज द्वारा प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन पर किए गए आक्षेप पर पलटवार करते हुए कहा है कि अपराधों पर प्रलाप करने से पहले बैज को पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल को नहीं भूलना चाहिए, जब छत्तीसगढ़ को सत्तावादी संरक्षण में अपराधगढ़ बना दिया गया था। डॉ. मिश्रा ने कहा कि त्योहारों के समय ही नहीं, बल्कि अपराध कभी भी हों, वह हर सूरत में गलत है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मिश्रा ने कहा कि राजनीति का अपराधीकरण और अपराधियों का राजनीतिकरण करके कांग्रेस अब अपराधों को लेकर सियासी पाखण्ड का प्रदर्शन कर रही है। हाल ही में जारी हुई राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की एक रिपोर्ट कांग्रेस सरकार के पिछले कार्यकाल के नाकारापन को रेखांकित कर रही है, जो सन 2023 की है और तब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। क्या बैज अपनी सरकार के पुराने दिनों को भूल गए हैं?

डॉ. मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में पूर्ववर्ती भूपेश सरकार का न तो लॉ एण्ड ऑर्डर पर ध्यान रहा और न ही पुलिस प्रशासन सत्तावादी संरक्षण के चलते अपराधियों पर कोई सख्त कार्रवाई कर पाया। भूपेश सरकार का पूरा ध्यान तो केवल पैसों की उगाही पर ही केंद्रित रह गया था और इस काम में समूचा पुलिस प्रशासन झोंक दिया गया था।

महादेव सट्टा के काम तक में पूरा पुलिस प्रशासन झोंक दिया गया था, लेकिन बैज तब खामोश रहे और अब बैज केवल सियासी रोटी सेंकने के लिए कुछ भी कह रहे हैं।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के 5 वर्षों के शासनकाल में 18 सौ दिन कांग्रेस सत्ता में रही है। उन 18 सौ दिनों में एक दिन ऐसा नहीं रहा होगा जिस दिन प्रदेश में अपराध न हुआ हो। पर वह तो उस समय केवल मौनी बाबा के रूप में चुप रहते थे। लेकिन आज प्रदेश में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार और पुलिस अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए मुस्तैदी से काम कर रही है, इसलिए अपराधों की दर में भारी गिरावट आई है।

सरकार अपराधियों को ढूँढ़-ढूँढ़कर सलाखों के पीछे डाल रही है और उनके खिलाफ न्यायिक प्रक्रिया के तहत कार्रवाई हो रही है।

डॉ. मिश्रा ने कहा कि आज बैज को अपराध बढ़ा इसलिए नजर आ रहा है क्योंकि कांग्रेस के शासनकाल में तो एफआईआर तक दर्ज नहीं की जाती थी। आलम यह था कि दुष्कर्म जैसे संगीन मामलों तक में पीड़िता व उसके परिजनों को एफआईआर दर्ज नहीं करने के कारण आत्महत्या तक करनी पड़ी थी। लेकिन अब भाजपा शासनकाल में हर मामले में एफआईआर दर्ज हो रही है।

बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में अधिकांश आपराधिक वारदातों में कांग्रेस पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और नेताओं की संलिप्तता सामने आने के बाद अब कांग्रेस को पहले अपने गिरेबाँ में झाँकना चाहिए कि वह जनता के साथ है या फिर लूटमार करने वाले अपराधियों के साथ खड़ी है?

हाल ही जांजगीर जिले के पेण्ड्री में घटित डकैती के मामले में जो हथियार बरामद हुए हैं, वह क्षेत्रीय विधायक के घर से मिले हैं। बलौदाबाजार हिंसा से लेकर डकैती के इस ताजा खुलासे तक कांग्रेस का यही राजनीतिक चरित्र सामने आ रहा है। कांग्रेस के विधायक के घर से हथियार मिल रहे हैं, बस्तर से लेकर सरगुजा तक कांग्रेस नेताओं की अपराधों में संलिप्तता उजागर हो रही है। डॉ. मिश्रा ने कहा कि एक तो अपराधों में संलिप्त होकर कांग्रेसी अपनी दादागिरी जमाना चाहते हैं, अपराधियों को संरक्षण देकर जनता को डरा-धमकाकर सहयोग लेना चाहते हैं, और दूसरी तरफ कानून-व्यवस्था की ख़राब स्थिति बता कर सरकार पर हमला भी करना चाहते हैं।

Related Articles

Back to top button