विश्व रेडियो दिवस:लोगो को करीब व जागरूकता लाने में उपयोगी रहा है रेडियो

दिल्ली(khabarwarrior)आज 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस है। यह दिवस रेडियो के महत्व के बारे में आम जनता और समाचार माध्यमों में जागरूकता बढ़ाने तथा रेडियो के जरिये सूचना उपलब्ध कराने के लिए नीति-निर्माताओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। यह दिवस दुनिया भर के लोगों के जीवन को प्रभावित करने और उन्हें परस्पर जोड़ने की रेडियो की अद्भुत क्षमता को याद करने का अवसर भी होता है।
इस वर्ष का विषय है- रेडियो और विविधता।
रेडियो मानवता की रक्षा और लोकतांत्रिक चर्चाओं का सशक्त माध्यम भी रहा है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 जनवरी 2013 को विश्व रेडियो दिवस मनाने के यूनेस्को के फैसले को औपचारिक स्वीकृति दी थी और 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस घोषित किया था।
विश्व रेडियो दिवस पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतरेस ने कहा है कि रेडियो लोगों को करीब लाने में उपयोगी रहा है और मीडिया क्रांति के इस दौर में भी यह जरूरी खबरों और सूचना की सहज उपलब्धता का माध्यम बना हुआ है। श्री गुतरेस ने लोगों से अपील की है कि वे विविधता को बढ़ावा देने तथा अधिक शांतिपूर्ण और समावेशी विश्व के निर्माण में रेडियो की शक्ति को पहचानें।
इस अवसर पर प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शशि शेखर वेम्पती ने कहा है कि रेडियो ने लोगों के जीवन में खास जगह बनाई है और आज भी देश के कई भागों में रेडियो ही सूचना का मुख्य माध्यम है। वेम्पती ने कहा कि एक प्रसारक के तौर पर प्रसार भारती पर रेडियो को लोक प्रसारण का माध्यम बनाए रखने की एक बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने आकाशवाणी की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए की गई कई पहलों की चर्चा भी की।
1937 में आकाशवाणी की शुरूआत से अब तक इसका काफी विस्तार हुआ है। आज आकाशवाणी से 92 भाषाओं और बोलियों में प्रतिदिन 607 बुलेटिन प्रसारित किये जाते हैं।