भाषण नही राशन चाहिए, हर मेहनतकशो के हाथों को काम चाहिए

भिलाई(खबर वारियर)सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन(CITU) का अखिल भारतीय विरोध दिवस के आव्हान पर 21 अप्रैल 2020 को भाषण नही राशन /वेतन चाहिए भिलाई में भी इस संदेश को सरकार तक पहुचाने के लिए हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन सीटू ने पहल की ।
अखिल भारतीय विरोध दिवस पर श्रमिक बस्तियो में भोजन, रोजगार, मजदूरी और समाजिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर भौतिक दूरी (समाजिक दूरियां ) सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों, का पालन करते हुए राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस पर अपने अपने घरों के आंगन दरवाजो पर खड़े होकर थाली बजाकर नारे लगा कर 5-10 मिनट के लिए सुबह 10.30 एक संदेश दिया गया ।
वर्तमान सरकार श्रमिकों, खासकर असंगठित क्षेत्र के मजदूरों, प्रवासी श्रमिकों, ठेका श्रमिकों की दुर्दशा को अनदेखा कर रही है तथा सरकार पूरी तरह से उदासीन और असंवेदनशील नजर आ रही है ।
हजारो लाखो श्रमिक विभिन्न राज्यो में फसे पड़े है न उनके पास रोजगार है, न ही उनके पास भोजन की व्यवस्था है हजारो लाखो जो आवश्यक सेवा में लगे है उन्हें पर्याप्त सुरक्षा सामग्री भी उपलब्ध नही कराई जा रही है श्रमिकों की हो रहे हैं, छंटनी व दैनिक वेतन भोगी को रोजी रोटी की चिंता सता रही है
इस बीच सरकार ने काम के घंटे 8 से बढ़ा कर 12 प्रति दिन. करने की मंशा जहीर हो रही है जो साफ तौर से श्रमिको को गुलामी की ओर धकेलना जैसा ही है ।
जिसका सीटू खुलकर विरोध करेगा । क्योकि संघर्ष करके जो अधिकार हांसिल किया गया है उसे सरकार नए नए हथकंडे अपना कर श्रमिको के लिए बनाए गए कानून अधिकारों को छीनना चाहती है
सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन(CITU)
के आव्हान पर श्रमिको ने नारे लगाते हुए सरकार से मांग की
काम के घंटे 8 से बढाकर 12 घण्टे का कार्य दिवस करना नही चलेगा
ये किसी भी तरीके से स्वीकार नही–
• भाषण नही राशन चाहिए सभी प्रवासी मजदूरो को भोजन और आश्रय चाहिए
.आकस्मिक छटनी व आउटसोर्स, पर रोक लगाओ
कर्मचारियों श्रमिको को सुनिश्चित मजदूरी भुगतान हो दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने वालो पर कार्यवही हो
• स्वास्थ सेवा से जुड़े तमाम श्रमिको को पर्याप्त सुरक्षा सामग्री उपलब्ध कराओ।
इन सभी मुद्दों पर आज भिलाई के विभिन्न श्रमिक बस्तियो में अपने अपने घरों के सामने मेहनतकश मजदूरो द्वारा थाली बजाकर नारो के साथ सरकार तक अपनी बात पहुचाने सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन सीटू के आव्हान पर विरोध प्रदर्शन किया।