छत्तीसगढ़

COVID19: शमशान घाटों के कार्य में लगी शिक्षकों की ड्यूटी, मांगी ये सुविधाएं

रायपुर (खबर वारियर)- प्रदेशभर में कई जिलों में शिक्षकों की ड़यूटी कोरोना से संबंधित कार्यों में लगाई गई है। महासमुद में बसना, राजनांदगांव जिले में डोंगरगढ़ और छुरिया में भी शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इन जगहों पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए ये शिक्षक मृतकों के परिवार के साथ कोआर्डिनेट करेंगे और शव वाहन के ड्रायव्हरों के साथ मौजूद होंगे। शिक्षक लगातार कोरोना के खिलाफ लड़ाई में फ्रंटलाइन वर्कर की तरह काम कर रहें है लेकिन सरकार ने उनका बीमा नहीं करवाया है।

वहीं बसना क्षेत्र के शिक्षकों का कहना है कि वे ड्यूटी के दौरान सुविधाएं चाहते हैं जिसे सरकार उनहें उपलब्ध करवाये। शिक्षक सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक दो पालियों में ड्यूटी करेंगे। इस आदेश के बाद से शिक्षकों को खुद के संक्रमित होने का डर सता रहा है तो वहीं इनके परिवार वालों की चिंता भी बढ़ गई है। कई शिक्षकों की तबियत भी खराब बताई जा रही है।

छत्तीसगढ़ के रायपुर नगर निगम के जोन क्रमांक 5 में निगम प्रशासन ने शिक्षकों की ड्यूटी कोरोना महामारी से संबंधित कांट्रैक्ट ट्रेसिंग, एक्टिव सर्विलेंस, होम आइसोलेशन और डेडबॉडी से संबंधित कार्यों में लगाए जाने का आदेश जारी किया है। कार्यों में 46 शिक्षक और शिक्षिकाओं की ड्यूटी लगाई गई है। जोन 5 कमिश्नर के आदेश को जिला कलेक्टर द्वारा अनुमोदित किया गया है। 46 शिक्षकों में से
35 शिक्षिकाएं है और 11 शिक्षक हैं। निगम के इस फरमान के बाद शिक्षकों और उनके परिवार में चिंता बढ़ गई है। इन सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को डंगनिया कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है जहां दो अधिकारियों के समक्ष इन्हें उपस्थिति देनी होगी।

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