महानदी भवन ‘मंत्रालय’ की तरह अब इन्द्रावती भवन में भी लेनी होगी प्रवेश की अनुमति,

रायपुर(खबर वारियर)कोरोना संक्रमण के मद्देनजर महानदी मंत्रालय भवन की तरह इन्द्रावती भवन में भी बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी निर्देश में इस बात का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि इन्द्रावती भवन (विभागाध्यक्ष कार्यालय) में केवल विभागाध्यक्ष की अनुमति से ही उन्हीं कार्यालय में बाहरी व्यक्ति प्रवेश कर सकेंगे, जिस कार्यालय हेतु उन्हें अनुमति दी गई है।
बाहरी व्यक्तियों का बिना अनुमति किसी भी कार्यालय में प्रवेश पूर्णतः वर्जित होगा।
सचिव सामान्य प्रशासन ने सभी विभागाध्यक्षों को उक्त निर्देश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।
इंद्रावती भवन में श्रम विभाग के एक कर्मचारी की मौत करोना से होने की जानकारी मिलते ही इंद्रावती भवन में हड़कंप मच गया है। मृतक कर्मचारी बस से आना – जाना करता था, जिसके कारण भवन में अन्य कर्मचारियों को इस महामारी से संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है।
प्रदेश राजपत्रित अधिकारी संघ ने की ये मांग…
प्रदेश राजपत्रित अधिकारी संघ के अध्यक्ष कमल वर्मा ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए इंद्रावती भवन को सेनिटाइज करने की मांग मुख्य सचिव से की है।उन्होंने समस्त विभाग को सैंनिटाइज करने के लिए तीन दिन इंद्रावती भवन को बंद करने की मांग भी की है।
साथ ही भवन के समस्त शासकीय सेवकों की करोना टेस्टिंग कराने की मांग करते हुए शासन से वर्क फ्रॉम होम को प्रोत्साहित करते हुए विभागीय शासकीय कार्य सीमित कर्मचारियों से कराने की मांग भी है। संघ बीते दिनों मुख्यमंत्री एवम् मुख्य सचिव को पत्र भेज कर मंत्रालय एवम् विभागाध्यक्ष कार्यालय में वैश्विक महामारी के संक्रमण को रोकने पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने अनुरोध कर चुका है।दोनों भवन में अधिकतर शासकीय सेवक बीपी एवं सुगर के मरीज है।।कई अधिकारी/कर्मचारी 55 वर्ष का उम्र पार कर चुके है।भारत सरकार ऐसे मरीजों को कोरॉना के संक्रमण से बचने सख्त निर्देश जारी किए है।ऐसी दशा में संघ ने पुनः शासन से कर्मचारियों की सुरक्षा को गंभीरता से लेने की मांग को दोहराई है।