राजधानी

राज्यपाल को IMA प्रतिनिधि मंडल ने चिकित्सकों तथा चिकित्सा कर्मियों के ऊपर देशभर में हो रही हिंसक गतिविधियों के विरोध में सौंपा ज्ञापन,18 को करेंगे प्रदर्शन

रायपुर(khabar warrior)- देश पिछले डेढ़ साल से कोरोना महामारी से जूझ रहा है। देश की जनता की जान बचाने के लिए पूरा चिकित्सा समुदाय जी जान से जुटा हुआ है। अपने इस प्रयास में लाखों लोगों की जान बचाई गई और कई परिवारों को अनाथ होने से बचाया गया।

परंतु चिकित्सक भी इंसान हैं, भगवान नहीं। जनता की जान बचाने के प्रयास में 1400 से ज्यादा चिकित्सकों तथा हजारों अन्य चिकित्सा कर्मियों ने अपनी जान गंवा दी। यहां तक कि बहुत से चिकित्सक दंपत्तियों के निधन की वजह से उनके बच्चे अनाथ हो गए।

कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध में अग्रिम योद्धा के रूप में अपने परिवारों को भुलाकर जान हथेली पर रखकर कार्य कर रहे चिकित्सकों तथा चिकित्सा कर्मियों को देशभर में प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। बहुत सी जगहों पर हिंसक हमले हुए जिसमें बहुत से युवा चिकित्सकों के साथ साथ अनेक अनुभवी चिकित्सकों को भी अपनी जान गवानी पड़ी । कई चिकित्सक आज भी अस्पतालों में जीवन और मृत्यु की लड़ाई लड़ रहे हैं । बहुत सी महिला चिकित्सकों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। बहुत से चिकित्सकों के साथ गाली गलौज की भाषा में बात की जा रही है।

असामाजिक तत्वों का ऐसा व्यवहार तथा जनता के साथ शासन और प्रशासन का मौन समर्थन चिकित्सकों तथा चिकित्सा कर्मियों के मनोबल को तोड़ रहा है । क्या यही दिन देखने के लिए वह जनता की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं, यह एक बड़ा यक्ष प्रश्न बन गया है। यदि इस स्थिति को काबू में नहीं किया गया तो आने वाले समय में युवा चिकित्सा क्षेत्र में जाना नहीं चाहेंगे और आने वाले समय में समाज में योग्य चिकित्सकों की कमी हो जाएगी, जिसका खामियाजा अंततः समाज को ही भुगतना पड़ेगा ।

अपने अधिकारों की रक्षा हेतु, चिकित्सकों और चिकित्सा संस्थानों को उचित सुरक्षा देने हेतु तथा कोरोना की इस लड़ाई में अपनी जान गवा चुके चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों को शहीद का दर्जा दिला कर उनके परिवारों को उचित सहायता दिलवाने के लिए आज 15 जून 2021 को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने Demand Day के रूप में घोषित किया है, जिसमें अपनी मांगों के बारे में ज्ञापन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, महामहिम राज्यपाल अनुसुइया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल , सभी सांसदों, ग्रह मंत्री ताम्रध्वज साहू, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव, डीजीपी डीएम अवस्थी तथा कलेक्टर रायपुर सौरभ कुमार को सौंपे गए ।

इन मांगों के अंतर्गत मुख्य रूप से सभी चिकित्सकों चिकित्सा कर्मियों तथा चिकित्सा संस्थानों को हिंसक कार्रवाइयों से बचाने के लिए तथा असामाजिक तत्वों को सख्त सजा दिलवाने के लिए एक केंद्रीय कानून तथा फास्ट ट्रैक कोर्ट की मांग की गई है ताकि सभी चिकित्सक निर्भय होकर पूर्ण निष्ठा के साथ जनहित में अपनी जिम्मेदारी निभा सकें। साथ ही यह भी मांग की गई है कि कोरोना महामारी से संघर्ष के दौरान अपनी जान गवा चुके चिकित्सकों को शहीद का दर्जा दिया जाए और उनके परिवारों को उचित सहायता प्रदान की जाए ।

इसी कार्यक्रम के अंतर्गत 18 जून 2021 को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने चिकित्सकों तथा चिकित्सा कर्मियों के साथ हो रही हिंसक घटनाओं के विरोध में राष्ट्रीय विरोध दिवस (National Protest Day) के रूप में घोषित किया है । इस दिन सभी चिकित्सक कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अपने अपने परिसर में काला मास्क तथा काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए कार्य करेंगे।

प्रतिनिधि मंडल में डॉक्टर महेश सिन्हा, अध्यक्ष, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन छत्तीसगढ़ डॉ राकेश गुप्ता, चेयरमैन, हॉस्पिटल बोर्ड, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन छत्तीसगढ़ डॉ विकास अग्रवाल, अध्यक्ष, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर डॉ आशा जैन, सचिव, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर डॉ अनिल जैन, चेयरमैन, हॉस्पिटल बोर्ड, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर शामिल थे।

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