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भूमि सुपोषण अनवरत राष्ट्रीय जन अभियान का हुआ भव्य शुभारंभ

अभियान के अगले चरण में 3 अप्रैल 2025 को दुर्गा मंदिर, शांतिनगर, जगदलपुर में होगा विशेष आयोजन

जगदलपुर (खबरवारियर) भूमि सुपोषण अनवरत जन अभियान का भव्य शुभारंभ विगत दिनों  छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के जगदलपुर में हुआ। इस पावन अभियान में अक्षय कृषि परिवार, सर्व हिंदू समाज, पतंजलि योग समिति, 360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज एवं जगदलपुर की मातृशक्ति एवं परिवारजनों का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ। इस अभियान का उद्देश्य भूमि के प्रति श्रद्धा जागृत करना और उसके संरक्षण को बढ़ावा देना है।

कार्यक्रम की प्रमुख झलकियाँ:

🔹 भूमि पूजन: भूमि के प्रति आदर भाव जागृत करने हेतु विधिपूर्वक भूमि पूजन संपन्न हुआ।

* मिट्टी संग्रह एवं पूजन: विभिन्न पवित्र स्थलों से लाई गई शुद्ध मिट्टी को एकत्र कर विधिपूर्वक पूजन किया गया।

🔹 आरती एवं प्रसाद वितरण: पूजन उपरांत सामूहिक आरती की गई और पूजित मिट्टी को प्रसाद रूप में वितरित किया गया। सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया गया कि वे इस पवित्र मिट्टी को अपने तुलसी पौधे या पूजन स्थल पर स्थापित करें और भूमि संरक्षण का संदेश फैलाएँ।

इस महत्वपूर्ण आयोजन में सर्व हिंदू समाज से धर्मचंद शर्मा, रंजीत पांडे ,पतंजलि योग समिति से  मनोज पाणिग्रही, भूमि सुपोषण अनवरत अभियान के राज्य समन्वयक तुषार पाणिग्रही, देवेश पाणिग्रही, जगमोहन पांडे एवं मातृशक्ति से ज्योति दीदी,निशा फाउंडेशन,विश्व हिंदू मातृशक्ति समिति, सहित अनेक सनातनी भाई-बहनों ने अपनी सक्रिय व गरिमामयी उपस्थिति से इस पावन अभियान को सशक्त बनाया।

राष्ट्रीय स्तर पर अभियान की महत्ता:

यह अभियान देशभर में संचालित किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत जन-जागरूकता को निरंतर बढ़ावा दिया जा रहा है। इस पवित्र कार्य में भूमि सुपोषण अनवरत जन अभियान के राष्ट्रीय समन्वयक नवल रघुवंशी का सतत मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है।

आगामी कार्यक्रम:

अभियान के अगले चरण में 3 अप्रैल 2025 को दुर्गा मंदिर, शांतिनगर, जगदलपुर में विशेष आयोजन रखा गया है। सभी श्रद्धालुजन सादर आमंत्रित हैं और उनसे विनम्र निवेदन है कि वे स्वच्छ वस्त्र में मिट्टी लेकर आएँ और इस पावन अभियान में सहभागी बनें।

हमारा संकल्प:

यह अभियान पूरे प्रदेश में एक माह तक अनवरत जारी रहेगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों को भूमि संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा सके। यह उत्कृष्ट प्रयास भविष्य में समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा और धरती माँ की सेवा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

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