इन महत्वपूर्ण मांगों को लेकर शासन का ध्यानाकर्षण कराने राज्यपाल से मिले मारकण्डेय

रायपुर(खबर वारियर)- भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मारकण्डेय ने राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान राज्य ने अनुसूचित जाति वर्ग के कल्याण व सामाजिक सुरक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर सकारात्मक चर्चा हुई। चर्चा के दौरान नवीन मारकण्डेय ने सर्वप्रथम कबीरधाम जिला के धरमपुरा गांव में सतनामी समाज के विरुद्ध हुए बर्बरतापूर्ण व्यवहार की न्यायिक जांच कराकर दोषियों को दंड दिलाने की मांग की साथ ही पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा अनु.जा. व जनजाति के कल्याण व धार्मिक महत्व की संचालित वे योजनाएं जो वर्तमान में बंद हो चुकी हैं या उपेक्षित हैं कि ओर वर्तमान शासन का ध्यानाकर्षण कराने का अनुरोध किया।
राज्यपाल को अवगत कराया गया कि पूज्य संत गुरु घासीदास बाबा के नाम से दिए जाने वाले राज्य स्तरीय सामाजिक चेतना पुरस्कार को राज्य शासन द्वारा रोक दिया गया है। बाबा घासीदास की तपोभूमि गिरौधपुरी धाम को एक राष्ट्रीय महत्व के सर्वसुविधायुक्त तीर्थ स्थल के रूप के विकसित किये जाने का कार्य भाजपा शासन ने प्रारम्भ किया गया था जिसे अब उपेक्षा का दंश झेलना पड़ रहा है तथा पं रविशंकर विश्वविद्यालय में गठित शोधपीठ का कार्य भी शून्य कर दिया गया है।
सरगुजा जिले को अनु.जा. विकास प्राधिकरण से पृथक कर दिया गया है, साथ ही वन अधिकार पट्टे के लिए भी 75 वर्ष की सीमा लागू कर दी गयी है। अन्तव्यसायी योजना व मिनीमाता स्वावलंबन योजना की कार्यवाही भी शून्य कर दी गयी है। अनु.जा. के विद्यार्थियों को मेडिकल व इंजीनियरिंग की निःशुल्क अध्य्यन की योजना बंद कर दी गयी है। घोषणापत्र के अनुरूप आरक्षण को भी आज तक 16% नही किया गया है।
उपरोक्त सभी मांगों के सांथ 24 सूत्रीय मांगों को पुनर्जीवित करने व इस ओर शासन का ध्यानाकर्षण करने को लेकर मारकण्डेय के साथ गए शिष्टमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन भी सौपा है।
इस मुलाकात के दौरान अनु.जा. मोर्चा के दयावंत बांधे, दुर्गा माहेश्वर, आत्माराम बंजारे व वेदराम जांगड़े भी उपस्थित रहे।