एमपी में सियासी संकट गहराया,भाजपा- कांग्रेस ने भेजे अपने विधायकों को एमपी से बाहर,दोनों के अपने अपने दावे

भोपाल(khabarwarrior)मध्य प्रदेश में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है।इस बीच सत्तारूढ कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने अपने विधायकों को किसी खरीद फरोख्त से बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर रखने का फैसला किया है।
भारतीय जनता पार्टी के विधायक हरियाणा में गुरूग्राम भेजे गये हैं, जबकि कांग्रेस विधायक राजस्थान में जयपुर भेजे गए हैं।
मध्यप्रदेश में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद राजनीतिक अनिश्चितिता की स्थिति उत्पन्न हो गयी है।खबर ये आ रही है कि सिंधिया आज बीजेपी मव शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस का भरोसा अब भी कायम
इस बीच कांग्रेस ने अपने दो नेता सज्जन सिंह वर्मा और गोविंद सिंह को बंगलुरू में ठहरे अपने बागी विधायकों को समझाने के लिए बेंगलुरू भेजा था वे भोपाल लौट आए हैं।और उनका कहना है कि उनके विधायकों को धोका देकर लेजाया गया है,और वे आना चाहते हैं।इस बीच मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ व पार्टी नेताओं ने विश्वास व्यक्त किया कि उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
मंगलवार को दिन भर होली किंखुमारीबक्व बीच सियासी ड्रामा के भी अलग अलग रंग दिखे। भोपाल और दिल्ली में राजनीतिक गतिविधियां तेज रही और बैठकों का दौर चलता रहा। कांग्रेस छोडने के ज्योतिरादित्य सिंधिया की घोषणा के बाद उनके कई समर्थक विधायकों ने भी इस्तीफे दे दिये।
भारतीय जनता पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधि मंडल ने कल भोपाल में विधानसभा अध्यक्ष एन.पी प्रजापति से मिलकर कांग्रेस के 19 बागी विधायकों के इस्तीफे सौंपे, ये विधायक फिलहाल बेंगलुरू में हैं।
इस्तीफे प्राप्त करने के बाद श्री प्रजापति ने संवाददाताओं से कहा कि वे नियमों के अनुसार फैसला लेंगे। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता भूपेन्द्र सिंह ने दावा किया है कि इस्तीफे देने वाले कांग्रेस विधायकों की संख्या बहुत जल्दी तीस तक पहुंचेगी।
भाजपा-कांग्रेस दोनो ही पार्टी के सारे विधायक एमपी से बाहर भेजे जा चुके है, फिलहाल एमपी विधायक विहीन हो गया है।सियासी ड्रामा खूब चल रहा है,जनता अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं,और नेताओं के अपने अपने दावे हो रहे हैं।